नम: श्रीविश्वनाथाय
देववन्द्यपदाय ते ।
काशीशेशावतारो में
देवदेव ह्युपादिश ।।
मायाधीशं महात्मानं
सर्वकारणकारणम्।
वन्दे तं माधवं देवं
य: काशीं चाधितिष्ठति।।
हे देवदेव! आपने काशीमें शासन करने हेतु मंगलमूर्ति शिवके रूपमें अवतार लिया है।आप विश्वके नाथ हैं, देवता आपके चरणोंकी वन्दना करते हैं,आप मुझको उपदेश दें, आपको नमस्कार है।
जो मायाके अधीश्वर हैं, महान् आत्मा हैं,सभी कारणों के कारण हैं और जो काशीको सदा अपना अधिष्ठान बनाते हुए हैं,ऐसे उन भगवान् माधवको मैं प्रणाम करता हूं।'
सुप्रभात, देवाधिदेव महादेव श्री काशी विश्वनाथ जी की कृपा दृष्टि सदैव आप एवं आपके परिवार पर बनी रहे । आज एक ऐतिहासिक दिन है ,जब श्री काशी विश्वनाथ धाम एक नए रूप में हम लोगों के सामने अवतरित होगा । धाम की दिव्यता को बढ़ाने हेतु आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी को कोटि कोटि धन्यवाद जिन्होंने काशी विश्वनाथ की गरिमा के अनुसार उनके धाम को प्रतिस्थापित किया । धाम की आभा एवं उसकी दिव्यता देखते ही बनती हैं । इस ऐतिहासिक एवं अविस्मरणीय दिन की एक बार पुनः आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं । बाबा विश्वनाथ की असीम कृपा सदा सर्वदा आप लोगों पर बनी रहे । सदैव मानव जाति का कल्याण होता रहे । हमारा भारत नित् निरंतर आध्यात्मिक सांस्कृतिक एवं भौतिक प्रगति करता रहे । बाबा विश्वनाथ के श्री चरणों में बारंबार प्रणाम । 🙏🙏
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