एकमेव भगवद् स्मरण ही सर्वथा कल्याणकारी है।...वर्ना सांसारिक जीव का जीवन ही प्रायः विकारी है।।... विकार ब्यसन के अतिरिक्त भजन को भला कहाँ स्वीकारता है।... यदि भजन ही बनने लग जाय तब तो वह जीव मे टिक भी तो नही सकता है।।... अतः विकार मुक्त बन मेरी श्री स्वामिनी जू का मधुर चरणाश्रय गहें।... अपने मनुष्य जन्म को सफल बनाते हुये भाव व प्रेम सहित सप्रयास श्री राधे राधे ही कहें।।राधे राधे जय श्री कृष्ण हम आप सबकी यह ब्राह्मी बेला मेरे प्रभु श्री युगल सरकार के शीतल श्री चरणों की छाया में परम शांतिमय हो इन्ही शुभ कामनाओं सहित पुनः राधे राधे जय श्री कृष्ण सहित
शनिवार, 25 दिसंबर 2021
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अयोध्या में आज का आधुनिक सुविधाएं
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*देह की ममता में ही सभी की ममतायें निहित हैं और देह का विश्व से विभाजन हो नहीं सकता!* *!! ॐ श्री हरि: शरणम् !!* 🍁🌻🙏🌻🍁
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